Monkeypox Virus in Hindi

मंकीपॉक्स – Monkeypox Virus in Hindi

मंकीपॉक्स (Monkeypox) के बढ़ते मामले को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. आइए जानते हैं, क्या है मंकीपॉक्स , क्या हैं इसके लक्षण, इसका इलाज कैसे  होता है और इस बीमारी से बचने के उपाय क्या-क्या हैं ?

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मंकीपॉक्स क्या है? – What is Monkeypox in Hindi?

मंकीपॉक्स एक रेयर बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण से होती है. मंकीपॉक्स वायरस, वैरियोला वायरस का परिवार का  ही हिस्सा है, वह वायरस जो चेचक (chicken pox) का कारण बनता है. इसके लक्षण चिकेन पॉक्स  के लक्षणों के समान होते हैं, लेकिन हल्के, और मंकीपॉक्स शायद ही कभी घातक होते हैं. मंकीपॉक्स और चिकनपॉक्स में  कोई संबंध नहीं है.

 

मंकीपॉक्स वायरस का इतिहास क्या है? – What is the History of monkeypox virus in Hindi?

मंकीपॉक्स की खोज 1958 में हुई थी जब शोध के लिए रखे गए बंदरों की कॉलोनियों में चेचक जैसी बीमारी के दो ऑउटब्रेक  हुए थे.

“मंकीपॉक्स” नाम होने के बावजूद, बीमारी का सोर्स अज्ञात है. हालांकि, अफ्रीकी रोडेन्ट्स और गैर-मानव प्राइमेट (जैसे बंदर) वायरस को अपने अंदर शरण दे सकते हैं, और लोगों को संक्रमित कर सकते हैं.

 

मंकीपॉक्स का पहला मानव केस, 1970 में दर्ज किया गया था. 2022 के ऑउटब्रेक से पहले, कई मध्य और पश्चिमी अफ्रीकी देशों के लोगों में मंकीपॉक्स की सूचना मिली थी. पहले, अफ्रीका के बाहर के लोगों में लगभग सभी मंकीपॉक्स के मामले उन देशों की अंतर्राष्ट्रीय यात्रा से जुड़े थे जहां यह बीमारी आमतौर पर होती है या इम्पोर्टेड  जानवरों के माध्यम से होती है. ये मामले कई कॉन्टिनेंट्स पर हुए हैं.

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मंकीपॉक्स के लक्षण – Symptoms of Monkeypox in Hindi

मंकीपॉक्स के लक्षणों इस प्रकार के हो सकते हैं:

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • मांसपेशियों में दर्द और पीठ दर्द
  • सूजी हुई लसीका ग्रंथियां
  • ठंड लगना
  • थकावट
  • एक दाने जो चेहरे पर दिखने वाले पिंपल्स या फफोले जैसा दिख सकता है,
  • ये दाने पूरी तरह से ठीक होने से पहले विभिन्न स्टेजेस  से गुजरते हैं. 

रोग आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक रहता है. कभी-कभी, लोगों को पहले रशेस निकलते हैं, उसके बाद कोई और लक्षण दिखाई देते हैं. दूसरों को केवल एक रशेस का अनुभव होता है.

 

यह कैसे फैलता है? – How it Spreads?

मंकीपॉक्स अलग-अलग तरीकों से फैलता है. वायरस निम्न तरीकों से फ़ैल सकता है:

  • संक्रामक दाने, पपड़ी, या शरीर के तरल पदार्थ के साथ सीधा संपर्क से हो सकता है.
  • लंबे समय तक, आमने-सामने संपर्क के दौरान, या इंटिमेट  फिजिकल  कांटेक्ट  के दौरान, जैसे चुंबन, गले लगाना, या सेक्स के दौरान रेस्पिरेटरी  सेक्रेशन से.
  • छूने वाली वस्तुएं (जैसे कपड़े या लिनेन) जो पहले संक्रामक दाने या शरीर के तरल पदार्थ के संपर्क आ चुकी है.
  • गर्भवती महिला के  प्लेसेंटा के माध्यम से अपने भ्रूण में वायरस फैला सकती हैं.
  • लोगों को इन्फेक्टेड जानवरों से मंकीपॉक्स होना भी संभव है, या तो जानवर द्वारा खरोंचने या काटने से.
  • संक्रमित जानवरों का मांस खाने से.

 

मंकीपॉक्स लक्षण शुरू होने के समय से फैल सकता है जब तक कि दाने पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते और स्किन  की एक नई लेयर  नहीं बन जाती. रोग आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक मौजूद रहता है. अगर किन्ही लोगों में  मंकीपॉक्स के लक्षण नहीं होते  हैं, वे दूसरों में वायरस नहीं फैला सकते हैं. इस समय, यह ज्ञात नहीं है कि क्या मंकीपॉक्स सीमेन  और  वैजिनल  फ्लूइड (semen or vaginal fluid) के माध्यम से फैल सकता है.

 

मंकीपॉक्स के लिए परीक्षण – Diagnosis of Monkeypox Virus in Hindi

यह पुष्टि करने के लिए कि संक्रमित व्यक्ति को मंकीपॉक्स है, डॉक्टर निम्नलिखित प्रकार के परीक्षण कर सकता है :-

  • मरीज का इतिहास

इसमें डॉक्टर मरीज से पूछता है कि उसने हाल ही में कहां की यात्रा की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि मरीज प्रभावित क्षेत्र से तो नहीं आया.

  • लैब टेस्ट

इसमें घाव या सूखी पपड़ी से द्रव का नमूना लिया जाता है. इन नमूनों की जांच पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन टेस्ट के जरिए की जाती है.

  • बायोप्सी

बायोप्सी में त्वचा के ऊतकों का एक टुकड़ा लेना और उसकी जांच करना शामिल है. इस वायरस की जांच के लिए कोई रक्त परीक्षण नहीं किया जाता है. डॉक्टरों का मानना है कि मंकीपॉक्स का वायरस कुछ समय के लिए खून में रहता है, जिस वजह से ब्लड टेस्ट में इसका पता नहीं चल पाता है.

 

मंकीपॉक्स का इलाज – Treatment of Monkeypox in Hindi

वर्तमान में मंकीपॉक्स वायरस का कोई इलाज नहीं है. ज्यादातर मामलों में यह गंभीर नहीं होता है और बिना इलाज के इसे ठीक किया जा सकता है. हालांकि, ऑउटब्रेक  को नियंत्रित करने और बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए कुछ दवाओं का उपयोग किया जा सकता है।

मंकीपॉक्स के उपचार में उपयोग किया जाता हैं:

  • वैक्सीनिया वैक्सीन (चेचक का टीका)
  • वैक्सीनिया इम्यून ग्लोब्युलिन (VIG)
  • एंटीवायरल दवाएं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, चेचक (Chicken Pox) का टीका मंकीपॉक्स की प्रगति को लगभग 85 प्रतिशत तक रोकने में कारगर हो सकता है.

मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण उन लोगों में हल्के हो सकते हैं, जिन्हें बचपन में चेचक (Chicken Pox) का टीका लगाया गया हो. चेचक और मंकीपॉक्स दोनों को रोकने के लिए एक वैक्सीन को 2019 में मंजूरी दी गई थी, लेकिन यह अभी तक दुनिया भर के लोगों के लिए उपलब्ध नहीं है.

(डिस्क्लेमर : लेख के इस भाग में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। सटीक निदान करने के लिए सभी परिणामों को रोगी के डेटा के साथ चिकित्सकीय रूप से सहसंबद्ध होना चाहिए।)


सन्दर्भ

  1. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; About Monkeypox
  2. World Health Organization [internet], Monkeypox: what you need to know

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